प्यारी बहना की चुदास बुझाई - 6 - Bahan Bhai Family Sex Story
प्यारी बहना की चुदास बुझाई - 5 शनिवार के सुबह ही मेरी ज्योति दीदी ज्योति की चिकनी चूत खुजलाने लगी, तो मेरे दिल में भी उनको चोदने की इच्छा थी। बस मै शर्त हारना नहीं चाहता था, एक २२-२३ साल की कुंवारी लड़की अपने जिस्म की आग को कैसे शांत करती है। वो तो मुझे नहीं पता लेकिन ज्योति की लंड के लिए तड़प हमेशा उसे मेरे करीब खींच लाती थी। रविवार के सुबह घर के सभी सदस्य साथ बैठकर चाय पी रहे थे, तो मेरी नजर कभी ज्योति के स्तन पर जाती तो कभी उसके जांघों की ओर जाती। वो सलवार कमीज़ पहन कर बैठी हुई थी। उसका गोरा मुखड़ा, सुराही नुमा गर्दन, टेनिस बॉल समान चूची तो सपाट पेट लेकिन मेरी बहन के बदन का निचला भाग अधिक भारी और सेक्सी था। उसकी गोल गुंबदाकार चूतड़ और मोटे चिकने जांघों के साथ उसके बीच में बुर, दोनों फांक गद्देदार और दरार काफी कसी हुई है। तो ज्योति बुर को काफी हद तक बाल रहित रखती थी। चाय पीने के बाद, ज्योति वहां से उठकर चली गई तो मम्मी बोली -ज्योति को लेकर ब्यूटी पार्लर जाऊंगी, तुम स्नान करके नाश्ता कर लेना। मैं – कोई खास बात। मम्मी – हां, कल उसे देखने के लिए लड़के वाले आ रहे है। तो अब मै क्या बोलत